अगर हमें अपने फार्म पे गायों का दूध अपने हाथों से निकालना पड़ता है तो गायें खरीदते वक़्त ये ध्यान रखें की जिस गाय को हम खरीदें उसके थनों का आकार ज्यादा मोटा-चौड़ा न हो क्योंकि जब हम उसका दूध अपने हाथ से निकालेंगे तो उसके थन हमारे ठीक से पकड़ में नहीं आयेंगे और न ही हमारी मुठ्ठी में ठीक से सेट होंगे।
जिस कारण हम उसका दूध जल्दी-जल्दी नहीं निकल पायेंगे इस से होगा यह के वो गाय अपने दूध को वापस ऊपर की और खेंचने लगेंगी जिस के कारण हम उसका पूरा दूध नहीं निकाल सकेंगे।
इसे गाय का दूध चढ़ाना या डोगले करना भी कहते हैं,अगर गाय दूध निकालते वक़्त अगर कुछ दूध अपने अडर यानि लेवटी में रखती है तो इससे उसको ( मैस्टाइटिस ) रोग होने का खतरा रहता हैं।
जिसे हिंदी भाषा में ( जहरबाद ) भी कहा जाता है,इस रोग के कारण हमारी गाय की लेवटी पर सुजन आ जाती हैं.
जब हम उस गाय की लेवटी के सुजन वाले हिस्से से दूध निकालते हैं तो वहाँ से जमा हुआ दूध निकलने लगता है.
जिसे दूध में छेछड़े आना भी कहा जाता है,और दूध बदरंगा आता है,सुजन के कारण गाय की लेवटी में दर्द भी हो सकता है जिसके कारण कई गायें बुख़ार भी बना सकती है और वह दूध निकालते वक़्त कुछ उछल-कूद भी करती हैं।
बस मेरा यही कहना है के गायों की खरीद करते वक़्त इन छोटी-मोटी बातों को ध्यान में रखकर गायों की खरीद करें ताकि हम एक अच्छे और स्वस्थ पशु की खरीद कर सकें।
आप जब बाहर किसी पशु मंडी या फार्म आदि से पशु खरीदने जाए तो ध्यान रहे के या तो आप को खुद गायों की अच्छी नस्लों की जानकारी होनी चाहिये या फिर किसी ऐसे व्यक्ति को साथ लेकर जायें जिसे गायों की और उनकी नस्लों की अच्छी जानकारी हो चाहे वो व्यक्ति आप का दोस्त,भाई ,पड़ोसी या कोई रिश्तेदार कोई भी क्यों न हो उसे अपने साथ जरूर लेकर जायें ताकि पशु मंडी या फार्म में आप को नया व्यापारी देखकर कोई आप को ठग न पाए और ना आपको गलत पशु दे पायें।
If we have to remove the milk of our cows from our hands, then what kind of cows should not buy.
If we have to remove the milk of cows from our hands, then while buying cows, keep in mind that the size of the cradle of the cow we buy is not too thick because when we extract milk from our hands, its udder Will not hold properly nor will it be properly set in our fist.
Due to which we will not be able to get milk out of it very soon, this will happen because this cow will start pulling its milk back upwards and due to which we will not be able to extract all its milk.
It is also called milking or dowling of cow, if the cow keeps some milk in its lavatory while extracting milk, then there is a risk of her (mastitis) disease.
Which is also called (Jahrbad) in Hindi language, due to this disease our cow's levies are swollen.
When we extract milk from the inflamed portion of that cow's lavatory, then the accumulated milk starts coming out from there.
The milk which is also called lewd, and milk is bad, due to swelling, there can be pain in the cow's lavity, due to which many cows can create fever and they also do some jumps while extracting milk.
Just say that while purchasing cows, keep these small things in mind and buy cows so that we can purchase a good and healthy animal.
When you go to buy animals from any animal market or farm etc., then keep in mind that either you should know about good breeds of cows or you should take someone with whom you have good knowledge of cows and their breeds. Why should that person be your friend, brother, neighbor or any relative, take him with you so that no one can cheat you by seeing a new trader in the cattle market or farm and not give you the wrong animal.
अगली पोस्ट होगी कोनसे वातावरण के लिए कोनसी नस्ल की गायें ज्यादा बेहतर होती हैं।
The next post will be for which environment, which breed of cows are better.
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